Rahe Na Kyun Lyrics Details
पल ये सुलझे सुलझे उलझे हैं क्यूँ
ऐसे रुठे रुठे सिरें हैं क्यूँ
जो बनाने चले तो बिगड़ क्यूँ गया
आँख खोली ही थी आँसूं गड क्यूँ गया
है जो खोया खोया मिलेना क्यूँ
हम थे जैसे वैसे रहे ना क्यूँ
म्यूजिक…
मैं थी पन्ना तुम कहानी
एक मांगी ज़िन्दगानी
एक छींटा लिपटा ऐसे
शब्द भीगे नम हैं किस्से
नींद को देखकर
खाब डर क्यूँ गया
रात होने को थी
चाँद झर क्यूँ गया
हम तो हम थे क्यूँ हैं मैं और तुम
रुहदारी दर्मियाँ क्यूँ हैं तुम
हे जो खोया खोया मिलेना क्यूँ
हम थे जैसे वैसे रहे ना क्यूँ
हम तो हम थे क्यूँ हैं मैं और तुम
रुहदारी दर्मियाँ क्यूँ हैं तुम
हे जो खोया खोया मिलेना क्यूँ
हम थे जैसे वैसे रहे ना क्यूँ